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Lucknow Secretariat News: लखनऊ सचिवालय में बैठक के दौरान सेक्शन अफसर की मौत से मचा हड़कंप

Lucknow Secretariat High-Level Meeting Condolence: लखनऊ सचिवालय में चल रही उच्चस्तरीय वित्त विभाग की बैठक के दौरान अनुभाग अधिकारी पंकज कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ने से अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से सचिवालय में शोक की लहर दौड़ गई और मुख्यमंत्री ने गहरा दुःख व्यक्त किया।

लखनऊ

Ritesh Singh

May 29, 2025

फोटो सोर्स : Patrika: सचिवालय में भरी मीटिंग के दौरान सेक्शन अफसर की तबियत बिगड़ी, इलाज के दौरान मौत – शोक में डूबा प्रशासनिक अमला
फोटो सोर्स : Patrika: सचिवालय में भरी मीटिंग के दौरान सेक्शन अफसर की तबियत बिगड़ी, इलाज के दौरान मौत – शोक में डूबा प्रशासनिक अमला

Lucknow Secretariat Condolence: उत्तर प्रदेश सचिवालय में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना घटी जिसने पूरे प्रशासनिक अमले को स्तब्ध कर दिया। वित्त विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान अनुभाग अधिकारी (Section Officer) पंकज कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ गई। एसीएस वित्त दीपक कुमार की अध्यक्षता में चल रही इस उच्चस्तरीय मीटिंग के बीच हुए इस अप्रत्याशित हादसे से माहौल गंभीर हो गया।

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क्या हुआ घटना के समय

सुबह 11 बजे सचिवालय के वित्त विभाग में एक आवश्यक समीक्षा बैठक चल रही थी। इस बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अनुभाग-35 में कार्यरत अनुभाग अधिकारी पंकज कुमार भी बैठक का हिस्सा थे। अचानक वे चक्कर खाकर कुर्सी पर ही बेहोश हो गए। मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने तत्काल मेडिकल इमरजेंसी कॉल की।

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तत्काल अस्पताल ले जाया गया

पंकज कुमार को एंबुलेंस की मदद से तुरंत लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरसक कोशिश की लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार उन्हें दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ा था।

 शोक में डूबा सचिवालय

घटना की जानकारी मिलते ही सचिवालय परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। पंकज कुमार लंबे समय से वित्त विभाग में कार्यरत थे और सहकर्मियों में एक व्यवहारिक, मेहनती और ईमानदार अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। उनकी अचानक हुई मृत्यु से कर्मचारी और अधिकारी वर्ग में गहरा दुख है।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुभाग अधिकारी पंकज कुमार के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पंकज कुमार की मृत्यु एक प्रशासनिक क्षति है और उनके योगदान को सरकार हमेशा स्मरण करेगी।

कौन थे पंकज कुमार

पंकज कुमार उत्तर प्रदेश सचिवालय के वित्त विभाग के अनुभाग-35 में अनुभाग अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। सूत्रों के अनुसार, वे लगभग 15 वर्षों से सेवा में थे और उन्हें कठिन फाइलों के निपटारे में निपुण माना जाता था। उनका स्वभाव शांत और सहयोगी था।

स्वास्थ्य संबंधी कोई पूर्व संकेत

अस्पताल सूत्रों और परिवार की शुरुआती जानकारी के अनुसार, पंकज कुमार को पूर्व में हृदय से संबंधित कोई गंभीर बीमारी की जानकारी नहीं थी। हालांकि वे हाल के दिनों में अत्यधिक कार्यभार और तनाव से गुजर रहे थे। यह घटना सरकारी कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव की भी ओर संकेत करती है।

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प्रशासनिक सुरक्षा और मेडिकल तैयारी पर सवाल

  • इस घटना ने यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या सचिवालय जैसी उच्चस्तरीय संस्था में मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के पर्याप्त इंतजाम हैं?कर्मचारी संगठनों ने मांग की है कि:
  • सचिवालय में स्थायी मेडिकल यूनिट स्थापित की जाए. 
  • सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का नियमित हेल्थ चेकअप करवाया जाए 
  • कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं

कर्मचारी संगठनों की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश सचिवालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने बयान जारी करते हुए कहा कि "पंकज कुमार की मृत्यु हम सभी के लिए व्यक्तिगत क्षति है। सरकार को इस घटना से सबक लेते हुए कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कार्य संतुलन को लेकर ठोस नीतियां बनानी चाहिए।"

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आगे की कार्रवाई

फिलहाल प्रशासन ने घटना की औपचारिक सूचना उनके परिवार को दे दी है और सरकारी स्तर पर अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही पंकज कुमार के आश्रितों को उचित सरकारी सहायता और अनुग्रह राशि देने की तैयारी है।


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