जितेन्द्र सारण
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम को घाटे से उबारने के लिए राज्य सरकार और निगम प्रबंधन कई जतन कर रहा है। नए प्रयोग के तहत अब निगम के अधिकारी परिचालकों को वीडियो कॉल कर यात्रियों की संख्या गिन रहे हैं।
यहां तक कि वीडियो कॉल पर ही यात्रियों से सीधा संवाद कर उनके टिकट भी देखे जा रहे हैं, ताकि कोई यात्री बे-टिकट यात्रा नहीं करे। राजस्थान रोडवेज प्रशासन ने बसों में बे-टिकट यात्रियों पर कार्रवाई के बाद अब वीडियो कॉलिंग के जरिये बसों की निगरानी शुरू की है।
निगम के प्रबंध निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में बसों की जांच का यह नया तरीका अपनाया जा रहा है। विशेषतौर पर रात के समय विभिन्न मार्गों पर संचालित हो रही रोडवेज बसों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
डिपो के मुख्य प्रबंधक, मैनेजर ऑपरेशन, मैनेजर प्रशासन और मैनेजर यातायात सहित सभी अधिकारियों को इस नए तरीके से बसों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
वीडियो कॉल के जरिये अधिकारी परिचालक से यात्रियों की संख्या की जानकारी ले रहे हैं। साथ ही बस की साफ-सफाई और कर्मचारियों के व्यवहार के बारे में भी यात्रियों से सीधा संवाद कर फीडबैक लिया जा रहा है। यात्री भी चाहे तो बस चालक और परिचालक के व्यवहार को लेकर सीधे शिकायत कर सकते हैं। इस सिस्टम से रोडवेज प्रशासन डिपो से निकलने वाली हर बस की निगरानी कर सकेगा। इससे फायदा यह होगा कि लंबी दूरी की बसों की जांच में आसानी रहेगी।
रोडवेज मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर बसों की जांच का नया तरीका अपनाया गया है। इससे हर बस की निगरानी संभव हो पा रही है। साथ ही चालक-परिचालक के व्यवहार व बसों की दशा को लेकर भी जानकारी मिल रही है।
राकेश सारस्वत, मुख्य प्रबंधक, चित्तौड़गढ़ आगार
Published on:
05 Jul 2025 09:08 am